पश्चिमी विचारक

हॉब्स का संप्रभुता का सिद्धांत

हॉब्स का संप्रभुता का सिद्धांत उसके सामाजिक समझौते के सिद्धान्त से प्रभावित है। हॉब्स के शब्दों में, “व्यक्ति की रक्षा हेतु बिना तलवार के अनुबन्ध(समझौता) केवल शक्तिहीन कोरे शब्द है।” समझौते से स्थापित सम्प्रभु सर्वोच्च सत्ता सम्पन्न और निरंकुश है। उसका प्रत्येक आदेश कानून और उसका प्रत्येक कार्य न्यायपूर्ण है। उसे जनता के जीवन को […]

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हॉब्स की अध्ययन पद्धति: वैज्ञानिक भौतिकवाद

हॉब्स पर अपने समय में होने वाली वैज्ञानिक खोजों का बड़ा प्रभाव था। इस प्रभाव के कारण उसने अपने युग की राजनीतिक समस्याओं के अध्ययन के लिए अपने से पूर्ववर्ती विचारकों की अध्ययन पद्धति से बिल्कुल भिन्न अध्ययन पद्धति का प्रयोग किया। उसने न तो मध्ययुग के प्रचलित धार्मिक ग्रन्थों पर आधारित प्रमाणवादी पद्धति और

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जॉन लॉक का सामाजिक समझौता सिद्धान्त

                  CONTENT: मानव स्वभाव की धारणा, प्राकृतिक अवस्था, सामाजिक समझौते का कारण, सामाजिक समझौता और राज्य की उत्पत्ति, लॉक के सामाजिक समझौते की विशेषताएं, लॉक के सामाजिक समझौते की आलोचना,   सामाजिक समझौता सिद्धान्त को वैज्ञानिक ढंग से प्रतिपादित करने वाले दार्शनिकों में हॉब्स और रूसो के

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मैकियावेली आधुनिक राजनीतिक चिंतन का जनक

  मैकियावेली आधुनिक राजनीतिक चिंतन का जनक अधिकांश विद्वान मैकियावेली को आधुनिक युग का जनक मानते हैं। एक ओर उसे मध्ययुग का अंतिम विचारक कहा जा सकता है तो दूसरी ओर आधुनिक युग में प्रथम। मैकियावेली को आधुनिक युग का जनक कहने का तात्पर्य यही है कि आधुनिक युग मैकियावेली से प्रारंभ होता है और

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मैकियावेली अपने युग का शिशु

  मैकियावेली अपने युग का शिशु के रूप में  सामान्यतः प्रत्येक दार्शनिक एवं विद्वान अपने युग का शिशु होता है क्योंकि उसके चिंतन पर समकालीन परिस्थितियों, घटनाओं एवं प्रचलित विचारधाराओं का प्रभाव पड़ता ही है और वह अपने देश और काल के रंग में रंगा होता है, परंतु फिर भी राजनीतिक विचारों के इतिहास में

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मैकियावेली के विधि और विधि निर्माता संबंधी विचार

विधि के संबंध में मैकियावेली के विचार अत्यंत ही संकुचित हैं। वह मध्यकालीन विचारकों की तरह प्राकृतिक अथवा दैवीय विधियों में विश्वास नहीं करता है। वह केवल नागरिक विधियों की कल्पना करता है, जो शासक के द्वारा बनायी जाती है। उसके अनुसार राज्य की स्थापना के पूर्व कोई कानून अथवा व्यवस्था का अस्तित्व नहीं था।

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मैकियावेली के राज्य संबंधी विचार

  मैकियावेली के राज्य संबंधी विचार राज्य की उत्पत्ति : यद्यपि मैकियावेली ने राज्य की उत्पत्ति पर स्पष्ट रूप से अपने विचार व्यक्त नहीं किये हैं परंतु फिर भी यत्र तत्र इस विषय में उसके कुछ विचार पढ़ने को मिलते हैं। मैकियावेली राज्य की उत्पत्ति का कारण मनुष्य के आसुरी और स्वार्थी स्वभाव को मानता

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हीगल का द्वन्द्ववाद का विचार

              CONTENT हीगल का द्वन्द्ववाद का विचार द्वन्द्ववाद की आलोचना द्वन्द्ववाद का महत्व हीगल का द्वन्द्ववाद का विचार उसके सभी महत्वपूर्ण विचारों में से एक प्रमुख विचार है। यह विश्व इतिहास की सही व्याख्या करने का सबसे अधिक सही उपकरण है। हीगल ने इस उपकरण की सहायता से अपने दार्शनिक

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मिल की प्रतिनिधि शासन संबंधी अवधारणा

             सन्दर्भ  परिचय, प्रजातंत्र के पक्ष में तर्क, प्रजातंत्र के प्रकार, प्रतिनिधि शासन का सिद्धांत, सरकार के कार्य, सच्चे प्रजातंत्र के लिए सुझाव, आलोचनाएं, परिचय – मिल ने प्रजातांत्रिक शासन व्यवस्था पर अपने विचार अपनी पुस्तक प्रतिनिधि शासन (representative government) में व्यक्त किया है। मिल ने शासन की उस प्रणाली

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जे. एस. मिल का स्वतंत्रता संबंधी विचार

         CONTENT परिचय, स्वतंत्रता पर निबंध लिखने की प्रेरणा, स्वतंत्रता की परिभाषा, स्वतंत्रता के दार्शनिक आधार, स्वतंत्रता के प्रकार, स्वतंत्रता पर सीमाएं , आलोचनाएं, परिचय – जॉन स्टूअर्ट मिल का स्वतंत्रता संबंधी विचार ऑन लिबर्टी (1859) नामक ग्रंथ में निहित है। मिल का स्वतंत्रता संबंधी ग्रंथ अंग्रेजी भाषा में स्वतंत्रता के समर्थन

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